कोरोना का भारत पर दुषप्रभाव
वर्तमान स्थिति का
अंक ज्योतिष के आधार पर विश्लेष्ण
वर्ष २०२० का
अधिष्ठाता ग्रह राहु है/ इस ग्रह की मूल विशेषताएं हैं, नवाचार, अनुसन्धान,
आविष्कार, बैचनी, उतेजना, परम्परा से और लीक से हट कर कुछ घटित होना/ वे व्यक्ति
जिनका भाग्याक ४, ५ व् ७ है, अपेक्षाकृत अनुकूल स्थिति में रहेंगे व् वे व्यक्ति
जिनका भाग्यांक ८ है, असुविधाजनक स्थिति में रहेंगे/
जहां तक इस समय चल
रही अवांछनीय व् परेशानी भरी स्थिति चल रही है, विशेषत: भारत के सम्बन्ध में ,
कहना चाहूंगी के वर्ष २००० शुरुआत से ही परेशानी का वर्ष रहा है; पहले राजनेतिक
स्तर पर उलझनों के कारण और अब करोना का
प्रकोप, परन्तु १५ अगुस्त २०२० से स्थिति सुधरेगी और प्रभु कृपा से १५ अक्टूबर से
१४ नवम्बर , देश के अंदरुनी मामलों में शांति पुनःस्थापित होगी/
१५ मार्च से १४
अप्रैल तक का समय संवेदनशील है, संघर्ष युक्त है, परन्तु हम इस परीक्षा की घड़ी के
उपरान्त, इस स्थिति से काफी हद तक उबर
पायेंगे/
१५ अप्रैल से १४ मई,
फिर से कुछ परेशानी उभर सकती है; १५ मई से १४ जून, प्रशासनिक और राजनेतिक स्तर पर
समस्याएं सिर उठा सकती है/ अंततः,१५ जुलाई से १४ अगस्त, हमें वांछित परिणाम
मिलेंगे और हमारी सामाजिक, पारिवारिक व् व्यवसायिक स्थिति संतोषजनक रहेगी/
मैं प्रभु से
प्रार्थना करती हूँ कि सम्पूर्ण विश्व की स्थिति में सुधार देने की कृपा करे/
नोट: मेरी अंक
शास्त्रीय गणना नामांक और भाग्यांक पर आधारित रहती है/ मेरे स्वतंत्र भारत का
जन्मांक १५ अगस्त १९४७ को आधार मान कर उक्त गणना की है/
रजनी छाबड़ा
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