सूर्य प्रणाम मंत्र
ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरान्तकरी भानु शशि भूमि सुत:बुधिश्चे गुरुश्चे शुक्रे शनि राहु केतब ,कुर्वन्ति सर्वेः मम सुप्रभातम
सूर्य को जल अर्घ्य के साथ साथ यह मंत्र उच्चारण कीजिये, फिर सात बार इसकी परिक्रमा कीजिये व् धरती को छूकर प्रणाम कीजिये/
ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरान्तकरी भानु शशि भूमि सुत:बुधिश्चे गुरुश्चे शुक्रे शनि राहु केतब ,कुर्वन्ति सर्वेः मम सुप्रभातम
सूर्य को जल अर्घ्य के साथ साथ यह मंत्र उच्चारण कीजिये, फिर सात बार इसकी परिक्रमा कीजिये व् धरती को छूकर प्रणाम कीजिये/