Thursday, March 26, 2020

वर्तमान स्थिति का अंक शास्त्र के आधार पर विश्लेषण

वर्ष २०२० का अधिष्ठाता ग्रह राहु है/ इस ग्रह की मूल विशेषताएं हैं, नवाचार, अनुसन्धान, आविष्कार, बैचनी, उतेजना, परम्परा से और लीक से हट कर कुछ घटित होना/ वे व्यक्ति जिनका भाग्याक ४, ५ व् ७ है, अपेक्षाकृत अनुकूल स्थिति में रहेंगे व् वे व्यक्ति जिनका भाग्यांक ८ है, असुविधाजनक स्थिति में रहेंगे/
जहां तक इस समय चल रही अवांछनीय व् परेशानी भरी स्थिति चल रही है, विशेषत: भारत के सम्बन्ध में , कहना चाहूंगी के वर्ष २००० शुरुआत से ही परेशानी का वर्ष रहा है; पहले राजनेतिक स्तर पर उलझनों के कारण  और अब करोना का प्रकोप, परन्तु १५ अगुस्त २०२० से स्थिति सुधरेगी और प्रभु कृपा से १५ अक्टूबर से १४ नवम्बर , देश के अंदरुनी मामलों में शांति पुनःस्थापित होगी/
१५ मार्च से १४ अप्रैल तक का समय संवेदनशील है, संघर्ष युक्त है, परन्तु हम इस परीक्षा की घड़ी के उपरान्त,  इस स्थिति से काफी हद तक उबर पायेंगे/

 १५ अप्रैल से १४ मई, फिर से कुछ परेशानी उभर सकती है; १५ मई से १४ जून, प्रशासनिक और राजनेतिक स्तर पर समस्याएं सिर उठा सकती है/ अंततः,१५ जुलाई से १४ अगस्त, हमें वांछित परिणाम मिलेंगे और हमारी सामाजिक, पारिवारिक व् व्यवसायिक स्थिति संतोषजनक रहेगा/
मैं प्रभु से प्रार्थना करती हूँ कि सम्पूर्ण विश्व की स्थिति में सुधार देने की कृपा करे/
नोट: मेरी अंक शास्त्रीय गणना नामांक और भाग्यांक पर आधारित रहती है/ मेरे स्वतंत्र भारत का जन्मांक १५ अगस्त १९४७ को आधार मान कर उक्त गणना की है/ 

रजनी छाबड़ा